नामकरण संस्कार
भाषा की दरिद्रता :* नाम समाज के एक बहुत बड़े वर्ग को न जाने हो क्या गया है? समाज पथभ्रष्ट एवं दिग्भ्रमित हो गया है. एक सज्जन ने अपने बच्चों से परिचय कराया, बताया पोती का नाम *#अवीरा* है, बड़ा ही #यूनिक_नाम रखा है। पूछने पर कि इसका *अर्थ क्या है*, बोले कि बहादुर, ब्रेव कॉन्फिडेंशियल। सुनते ही दिमाग चकरा गया। फिर बोले कृपा करके बताएं आपको कैसा लगा? मैंने कहा बन्धु अवीरा तो बहुत ही *अशोभनीय नाम है*। नहीं रखना चाहिए. उनको बताया कि 1. जिस स्त्री के पुत्र और पति न हों. पुत्र और पतिरहित (स्त्री) 2. स्वतंत्र (स्त्री) उसका नाम होता है अवीरा. नास्ति वीरः पुत्त्रादिर्यस्याः सा अवीरा उन्होंने बच्ची के नाम का अर्थ सुना तो बेचारे मायूस हो गए, बोले महोदय क्या करें अब तो स्कूल में भी यही नाम हैं बर्थ सर्टिफिकेट में भी यही नाम है। क्या करें? *आजकल लोग नया करने की ट्रेंड में* कुछ भी अनर्गल करने लग गए हैं जैसे कि *लड़की हो* तो मियारा, शियारा, कियारा, नयारा, मायरा तो अल्मायरा ... *लड़का हो* तो वियान, कियान, गियान, केयांश ... और तो औ...