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क्या है सनातन धर्म?

वैदिक या हिंदू धर्म को इसलिए सनातन धर्म कहा जाता है, क्योंकि यही एकमात्र धर्म है जो ईश्वर, आत्मा और मोक्ष को तत्व और ध्यान से जानने का मार्ग बताता है। मोक्ष का कांसेप्ट इसी ...

अद्भुत मंत्र

*रामचरितमानस की चौपाइयों में ऐसी क्षमता है कि इन चौपाइयों के जप से ही मनुष्य बड़े-से-बड़े संकट में भी मुक्त हो जाता है।* *इन मंत्रो का जीवन में प्रयोग अवश्य करे प्रभु श्रीराम आप ...

Experience Reiki

रेकी का अनुभव करने के लिए बस, अपनी आँखें बंद,शरीर को शिथिल हो जाने दो।आराम करो और मन में कल्पना करो - 1.  अपने आप को और लोगों को चमत्कारिक ढंग से स्वस्थ करने की अपार शक्ति आप के आस...

जीवन सन्देश

*इस मैसेज को गौर से दो बार पढे !* *जिस दिन हमारी मौत होती है, उस दिन हमारा पैसा बैंक में ही रह जाता है।* *जब हम जिंदा होते हैं तो हमें लगता है कि हमारे पास खच॔ करने को पया॔प्त धन नहीं ह...

श्री कृष्णा

पहले कृष्ण जी के बारे में जाने फिर जन्मास्टमी की शुभ कामना दे देवता को डॉन तड़ीपार से संबोधित करना गलत है *भगवान श्री कृष्ण*.....🌹 भगवान् *श्री कृष्ण* को अलग अलग स्थानों में अलग अल...

ऊर्जा और विचार से ख़ुशी प्राप्त करें।

मौज में रहें,दुखी होना अज्ञान है। शरीर, ऊर्जा,और विचार का विज्ञान। इस भौतिक शरीर के क्रियाकलाप मनुष्य के विचारों और बुद्धि पर आधारित होते हैं।शरीर के स्वस्थ्य या अस्वस्थ होने में मनुष्य के विचार एक मात्र कारण होते हैं। शरीर का मन के साथ सूक्षम संबंध होता है जो मानव बुद्धि यदि समझ पाती है और विश्वास कर पाती है तो जीवन की उच्चतम अभिव्यक्ति होने की संभावना होती है। शरीर की अधिकांश बीमारियों के पीछे अस्वस्थ मन होता है। किसी दिन जब आपके मन या बुद्धि से ज्यादा काम लेते हैं या किसी दिन विचारों की उथल पुथल ज्यादा हो तो उस दिन हो सकता है आपका शरीर अधिक थकावट महसूस करें। यह सब ऊर्जाओं और आपके विचारों का खेल है, लीला है।अच्छे विचार रखने का चुनाव करने का अधिकार आपके पास सदा से ही है।      शरीर और मन के इसी संबंध को ध्यान-व्यायाम का एक प्रयोग कर समझते हैं।      आंखें बन्द करके हृदय-चक्र पर 10 सेकेंड के लिए ध्यान लगाइए.... और फिर ऐसा सोचिए कि जैसे आप घर से निकलकर सामने सड़क पर आ गए हैं... इसके बाद दौड़ना शुरु  करना है... दौड़ते हुए अपने पैरों के जोडो़ं...

स्वयं को कैसे क्षमा करें।

👉 कैसे भूलें अपनी गलतियों को : स्वयं को क्षमा करने के 5 उपाय। 🔴 कभी कभी हम कुछ ऐसा कर बैठते है या बोल देते हैं जिसके लिए हमें बाद में पश्चाताप होता है। विशेष रूप से तब जब आपने किसी अपने का दिल दुखा हो। रहिमन धागा प्रेम का मत तोड़ो चटकाय, टूटे से फिर  ना जुड़े, जुड़े गांठ पड़ जाय। अपने आप को और अपनी गलतियों को क्षमा करने में कुछ बातें  सहायक होती हैं। 🔵 1. दूसरों को दोष देना बंद करें : अपने आप को क्षमा करने से पहले ये जान लेना जरुरी है कि आखिर आपने किया क्या था। आपके साथ हुयी घटना को विस्तार से लिख लें और अपने उन बातों  को भी लिखें जिससे उस घटना के घटने में मदद मिली हो। किसी और व्यक्ति या परिस्थितियों को दोष देने से बचें और सिर्फ अपने आप पर ध्यान केंद्रित करें। हो सकता है ऐसे करते समय आप असहज महसूस करें। 🔴 2. क्षमा मांगने में संकोच न करें : कुछ इस तरह हमने अपनी जिंदगी आसान कर ली , कुछ को माफ़ कर दिया और कुछ से माफ़ी  मांग ली। हालाँकि माफ़ी मांगना इतना आसान नहीं होता लेकिन अगर आप किसी से माफ़ी मांगने के लिए पहल करते हैं तो ये दर्शाता है कि आपसे गलती ...