ईश्वर को क्यों जानें?
ईश्वर प्रेम है ईश्वर शांति है ईश्वरानंद है ईश्वर महान है ईश्वर करुणा है ईश्वर दया है ईश्वर सजगता है ईश्वर क्षमता है ईश्वर अनेकता है ईश्वर एकता है ईश्वर भक्तों में ईश्वर है ईश्वर के विरोधियों में भी ईश्वर है ईश्वर के बिना ना कोई ईश्वर के साथ ही तो हर वस्तु व्यक्ति स्थिति दृश्य स्पष्ट है ईश्वर ही सोता है ईश्वर ही जागता है ईश्वर ही खाता है ईश्वर ही पीता है ईश्वर ही स्वस्थ है ईश्वर ही बीमार है ईश्वर ही खुश है ईश्वर ही नाराज हैं ईश्वर ही देखता है ईश्वर ही दिखाता है सब कुछ ईश्वर है सब कुछ ईश्वर के कारण ही संज्ञान में आता है और जिसके संज्ञान में आता है वह ईश्वर है ईश्वर को जानना क्या है ईश्वर को जानने यानी यह जानना कि सब कुछ ईश्वर में है ईश्वर ही है उसकी तरंगें अलग अलग हो सकती हैं परंतु सारी तरंगे ईश्वर की ही ईश्वर में ही है ईश्वर से ही है यह ज्ञान प्राप्त करके आप इस परिवर्तनशील जगत को अलग दृष्टि से देख पाएंगे और सही तरंगों में रहकर सही विचारों से अपना नया संसार रचना कर पाएंगे सही ज्ञान सही समय सही विचार आपको सरदार आनंद प्रेम और शांति के साथ इस संसार में अपना रोल करने में मदद करेगा धन्यवाद
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